सुन्दर नर्सरी , दिल्ली की सैर

आपकी दिल्ली

दिल्ली के गार्डन ऑफ फाइव सेंसेज की तरह एक ऐसी दुनिया में कदम रखने जहाँ प्रकृति, इतिहास और संस्कृति मिलकर शहर की हलचल से दूर एक सुखद पलायन का आनंद प्रदान करने वाली जगह पर चलना चाहें तो आपका स्वागत है।
आज हम आपको एक ऐसी जगह की सैर को लेकर चल रहे हैं जिसका 500 साल पुराना इतिहास रहा है और जो शहरी रेगिस्तान से निकलकर आज की तिथि में दिल्ली का हरा फेफड़ा बन गया है। एक दशक के श्रमसाध्य पुनरुद्धार कार्य के परिणामस्वरूप 90 एकड़ का जैव विविधता पार्क तैयार हो गया है, जिसमें 25 ऐतिहासिक स्मारक , 300 वृक्ष प्रजातियां की 4500 पेड़, 80 पक्षी प्रजातियां , 40 तितली प्रजातियां, दो एम्फीथियेटर, एक बोनसाई बाड़ा, एक मोर क्षेत्र और बहुत कुछ है जिसे गिनाना भी सम्भव नहीं है।

सुंदर नर्सरी को मूल रूप से अजीम बाग कहा जाता था। 16वीं शताब्दी में मुगलों द्वारा निर्मित, बाद में इसका उपयोग अंग्रेजों द्वारा विदेशी पौधे उगाने के लिए किया गया, जिसने इसे ‘नर्सरी’ का खिताब दिया। इस नर्सरी को हाल ही में एक हेरिटेज साइट में बदल दिया गया है क्योंकि इसमें कई ऐतिहासिक स्मारक हैं। इसमें कमल के आकार के फव्वारे और 16वीं शताब्दी के दो गुंबद, सुंदरवाला बुर्ज और लक्कड़ वाला बुर्ज हैं। इन गुंबदों की हाल ही में रंगाई की गई है जिसके चारों ओर रंग-बिरंगे फूलों के साथ आश्चर्यजनक रूप से कई चीजों को बढ़ावा दिया गया है।

तीन दिल्ली दरबारों (मुगल, ब्रिटिश और भारतीय) की बात करें तो सुंदर नर्सरी का पांच शताब्दियों तक सभी ने इस्तेमाल और दुरुपयोग किया पर जैसे-जैसे दिल्ली में सत्ता बदलती गई, अजीम बाग का नाम और उद्देश्य भी बदलता गया।
1911 में जब तक अंग्रेजों ने अपनी राजधानी कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित करने का फैसला नहीं किया, तब तक यह इलाका बड़ी ही दयनीय स्थिति में था। भारत में आखिरी ब्रिटिश बागवानी विशेषज्ञ एलिक पर्सी लैंकेस्टर ने आयातित पेड़ों के साथ प्रयोग करने के लिए दिल्ली में सुंदर नर्सरी को पुनर्जीवित किया। जिन्हें बाद में नई दिल्ली की सड़कों पर लगाया गया। इस तरह इसे ‘नर्सरी’ नाम दिया गया। नाम का “सुंदर” हिस्सा उसी परिसर में स्थित ‘सुंदर बुर्ज’ मकबरे से ही प्रेरित है।

1940 के दशक में केंद्रीय लोक निर्माण विभाग ने नर्सरी का अधिग्रहण किया और विभिन्न पौधों और पेड़ों की प्रजातियों के क्षेत्र परीक्षणों के लिए इसका उपयोग करना जारी रखा। दशकों तक जीर्णोद्धार में पड़े रहने के बाद 2007 में आगा खान ट्रस्ट ने दस साल का व्यापक जीर्णोद्धार कार्य शुरू किया। सुंदर नर्सरी को 2018 में लोगों के लिए खोल दी गई।
सुंदर नर्सरी का उद्घाटन फरवरी 2018 में उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने किया था। आज तक जीर्णोद्धार कार्य जारी है और हर साल कुछ अंतिम रूप दिए जाते हैं।
जब मैं 2017 के अंत में यहाँ गया था तब इसका पुनरुद्धार कार्य चालू ही था और अंतिम रूप दिया जा रहा था। और जब मैं आज यहाँ पहुँचा तो सब कुछ बदल चुका था। मैं तब के और आज के चित्रों के माध्यम से आपको फर्क समझाता हूँ जो आप देखकर खुद ही समझ जायेंगे।

2018 की विश्व उत्कृष्ट स्थलों की पहली सालाना सूची में ‘टाइम मैगजीन’ ने ऐसी जगहों को चुना जो उनकी राय से अनुभव करने योग्य थे। कई कारकों जैसे गुणवत्ता,मौलिकता, टिकाऊपन और प्रभाव के आधार पर 100 स्थानों को चुना गया। कई विशेषज्ञों द्वारा बनाई गई टाइम मैगजीन की इस सूची में 48 देशों के म्यूजियम, रेस्तरां, होटल, लाइब्रेरी और सांस्कृतिक स्थान हैं। इस लिस्ट में सिर्फ दो पार्क हैं, जिसमें एक सुंदर नर्सरी और दूसरा मॉस्को का पार्क है।
टाइम मैगजीन की सूची में चौथे नंबर पर सुंदर नर्सरी का उल्लेख किया गया है। इसके बारे में कहा गया है-नई दिल्ली की भागती हुई रोजमर्रा की जिंदगी में आराम दुर्लभ है। मगर, अब दिल्ली की पहली वनस्पति वाटिका राहत प्रदान करती है।
साथ ही सांस्कृतिक विरासत संरक्षण के लिए 2020 यूनेस्को एशिया-प्रशांत पुरस्कार और सतत विकास के लिए 2020 यूनेस्को विशेष मान्यता सहित अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीतने का गौरव प्राप्त हुआ।

और इसका श्रेय जाता है आगा खान ट्रस्ट को जिसने दिल्ली स्थित सुंदर नर्सरी के दस साल के व्यापक जीर्णोद्धार कार्य की शुरुआत की थी।

“शहरी क्षेत्रों में हरित स्थान बनाना पर्यावरण की गुणवत्ता और लोगों की जीवन स्थितियों में महत्वपूर्ण सुधार लाता है। वे सभी आयु वर्गों और सभी सामाजिक श्रेणियों के लिए अवकाश स्थान और मिलन स्थल हैं, जो आबादी के विभिन्न वर्गों को आपस में मिलने और एकीकृत होने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। और वे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से, विशेष रूप से आगंतुकों के लिए प्रदान की जाने वाली सेवाओं के माध्यम से, आर्थिक गतिविधि और रोजगार के स्रोत के लिए उत्प्रेरक साबित हुए हैं।”
- महामहिम आगा खान

थोड़ा ठहरिए अभी बात खत्म नहीं हुई है।
यहाँ और भी बहुत कुछ है। सुंदर नर्सरी हर आगंतुक की ज़रूरतों को पूरा करती है, जिसमें प्रकृति की गोद में परिवार के मनोरंजन के लिए पिकनिक क्षेत्र भी शामिल हैं।
क्या आपको भूख लगी है ? तो जलपान के लिए कैफेटेरिया और यादगार वस्तुओं के लिए स्मारिका दुकान आपका इंतजार कर रही है।
शहरी अराजकता से बचकर सुंदर नर्सरी की सुंदरता में डूब जाइए - प्रकृति के खजाने और ऐतिहासिक चमत्कारों का सामंजस्यपूर्ण मिश्रण आपकी इंद्रियों को मोहित करने के लिए इंतजार कर रहा है।

इन सब के अलावे 300 से अधिक वृक्ष प्रजातियों के जीवंत संग्रह का अवलोकन करें जो विविध प्रकार के वनस्पति चमत्कारों को दर्शाते हैं।
आकर्षक उद्यान बेंचों से सुसज्जित घुमावदार रास्ते पर टहलें, जो छिपी हुई प्राकृतिक सुंदरता और एकांत उद्यानों की झलक प्रदान कर रही है।
इतना ही नहीं यदि आप परिवार के संग हैं तो अपने नन्हे-मुन्नों को बच्चों के उद्यान और झूले का आनंद लेने का मौका दें और उन्हें एक मजेदार अनुभव लेने दें।
सुंदर नर्सरी में कैना गार्डन के मंत्रमुग्ध रंगों में अपनी इंद्रियों को सराबोर कर रोमांचित हो जाएं।
दो एम्फीथियेटरों और नदियों के किनारे एक सुंदर स्थान के साथ, पार्क को एक सांस्कृतिक और पर्यावरणीय केंद्र के रूप में अनुभव करते हुए आनन्द से भर जाएं।
ऑस्ट्रेलिया और उष्णकटिबंधीय एशिया के गूलर के पेड़ों को देखकर आश्चर्यचकित हो जाइए।
निजामुद्दीन औलिया, अमीर खुसरो और रहीम के ऐतिहासिक पड़ोस से घिरे एम्फीथिएटर में सांस्कृतिक प्रदर्शन का आनंद लेकर आत्मविभोर हो जाइए।
तुलसी, अश्वगंधा, ब्राह्मी और अजवाइन सहित विविध घासों और औषधीय जड़ी-बूटियों के उद्यान का अनुभव लें।मधुमक्खी के बक्सों और कीट होटलों जैसी विशेष संरचनाओं को भी देखें जो विभिन्न प्रकार की मधुमक्खियों और कीटों के लिए घर प्रदान करती हैं।
कमल तालाब यानि कि जटिल तालाब की प्रशंसा में खो जायें जिसमें अब जीवंत कमल के फूल खिल रहे हैं।
30 लाख लीटर से अधिक पानी में विविध जलीय पौधों को शरण देने वाले झीलों और छोटी नदियों के क्षेत्र का आलोकन करें।

टिकट की कीमत :
5 वर्ष से कम आयु के बच्चे . मुक्त
बच्चे (5-12 वर्ष) . 25 रुपये
वयस्क .50 रुपये
वरिष्ठ नागरिक . (60+) 25 रुपये
सार्क नागरिक . 50 रुपये
विदेशी नागरिक . 200 रु.

कैसे पहुँचें : मेट्रो स्टेशन जवाहर लाल नेहरु स्टेडियम और

बस स्टैंड : निजामुद्दीन दरगाह और डी पी एस (नीला गुम्बद)
यहाँ से कई बसों में 794 , 794A , 181 , 404 , 871, 870
गुजरती है।

(चूँकि लेख काफी लंबा हो रहा था इसलिए दो भागों में बांट दिया गया है। सुंदर नर्सरी के अंदर मौजूद ऐतिहासिक विरासतों के बारे में सब कुछ अगले लेख में)






सैर

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Excellent post @Hemendu about the Sundar Nursery.

All photos are wonderful and remind me of the many visits when I was living in Delhi from 2019 to 2022

I hope you will be able to join @ShreyaMusings and the team of Delhi local guides for the upcoming meetup in Delhi at Sundar Nursery:

धन्यवाद @Hemendu जी, सुंदर नर्सरी का बहुत ही खूबसूरत विवरन, और बहुत ही खूबसूरत तसवीरें भी

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Very well written post @Hemendu ji I have been there several times everytime I go I learn something new. I am also doing a meet on 28th April in sundar Nursery pls do check out my post and try to come

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