श्री गुरु गोविंद सिंह जी का 370 व पवन प्रकाश पर्व पटना का गुरुद्वारा ,गुरुद्वारा साहिब में मनाया गया |इसके उपरांत मुझे भी यहां जाने का मौका मिला और मैं जाकर यहां जाकर इस पावन बेला में भक्ति कार्यक्रम का हिस्सा बना |इस त्यौहार को हर वर्ष मनाया जाता है जिसने मुख्यतः सिख लोग पारंपरिक रीति रिवाज से अपने गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी की पूजा एवं आराधना करते हैं | दसवीं गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह महाराज अंतिम गुरु थे इन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब को ही गुरु मानने का आदेश दिया था | तब से लेकर आज तक सिख धर्म में गुरु ग्रंथ साहिब को ही गुरु माना गया| इन्होंने ही खालसा धर्म की स्थापना भी की थी| यह गुरुद्वारा बिहार के पटना में स्थित है |
इस दिन गुरुद्वारा को दुल्हन की तरह सजाया गया था |यहां का मनमोहक दृश्य सबको भा रहा था और सब लोग श्रद्धा और भक्ति में लीन थे|
यह गर्भ गिरी का चलचित्र है जहां पर गुरु गोविंद सिंह जी का जन्म हुआ था| अब इस जगह पर गुरु ग्रंथ साहिब को रखकर उनकी वाणी और उसमें लिखा विचारों को सबके साथ साझा किया जाता है| गुरु वाणी का मुख्य उद्देश्य लोगों के जीवन में स्थिरता एवं समृद्धि लाना है|
यह मुख्य द्वार है जहां से लोग एवं श्रद्धालु इस पावन स्थल के अंदर प्रवेश करते हैं| इसके उपरांत वह गुरुद्वारे में प्रवेश कर अपने प्रिय गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी के पवन जन्म स्थान में जाकर अपना माथा देखते हैं |
यह वीडियो आपको इस जगह को और अच्छे से जानने में मदद करेगी|https://youtu.be/BpXSCiUNZeo
मैं भी यहां जाकर इस पावन बेला का साक्षी बना और मुझे इस उत्सव में बहुत ही आनंद आया| यहां पर एक जूता घर था जहां पर श्रद्धालु अपने जूते को जमा कर मंदिर में प्रवेश कर सकते थे| मैं यहां की कुछ तस्वीरें और वीडियो आपके साथ साझा की है अगर यह आपको पसंद आए तो अपनी प्रतिक्रिया हमें जरूर दें|
यह पवन स्थान सिखों के प्रमुख धर्म स्थलों में से एक है यहां पर पूरी दुनिया से सिख धर्म के मानने वाले लोग आते हैं एवं श्रद्धा भाव से अपने गुरु की पूजा करते हैं |यहां पर किसी भी धर्म के लोग जाकर प्रार्थना कर सकते हैं एवं लंगर चक सकते हैं| गुरुद्वारे के अंदर लंगर भी चलाया जाता है जो प्रसाद के तौर पर सारे लोग ग्रहण करते हैं| गुरुद्वारे में जाने से पहले आपको अपने सर को किसी भी कपड़े से ढक ले बिना सर को ढके गुरुद्वारे के अंदर जाने की अनुमति नहीं है|
इस पावन बेला की शुभ अवसर पर मैं काफी प्रफुल्लित हुआ और यहां जाकर मुझे बहुत आनंद आया जब भी आप पटना आए तो इस गुरुद्वारे का दर्शन जरूर करें यह आपके आत्मा एवं बुद्धि को शुद्ध करने में अहम योगदान दे सकता है| मैं आप सभी को पटना के इस पावन धरती पर आमंत्रित करता हूं| धन्यवाद
लोकल गाइड - रवि
पटना से