उत्तराखंड, जिसने 2000 में अपना नया रूप अपनाया.भारत में स्तिथ यह स्थल बेहद शांत और प्रकृति सुंदरता से घिरा हुआ है और यहां सदियों पुरानी संस्कृति अपना निवास स्थान बनाए हुए है यहां जीवन को सरल बनाने के लिए एकमात्र अध्यात्म को अपनाया जाता हैं इसलिए इस सुन्दर भूमि को देवभूमि भी कहा जाता है .यहां की वनस्पति इसका आधार है जो भारतीय आयुर्वेद से संबंधित है यहां के गगन को छूने वाले पर्वत अकल्पनीय चित्र का निर्माण करने हैं . यहां आधुनिक जीवन की भागदौड़ ना होने की वजह से यह बेहद शांत वातारण है मानो प्रकृति के सभी अंग मिलकर मानव जीवन को जीने के लिए प्रेरित कर रही हो .ठंड होने के कारण यहां जल्दी ही पहाड़ अंधेरों और गगन में लीन हो जाते है यहां की संस्कति और भोजन बेहद शालीनता का आभास कराते है , यात्री की संख्या अधिक ना होने के कारण यह संपूर्ण प्राकृतिक ,एवं दर्शनीय स्थलों में से एक है ।
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